क्योंकि वो अपने साथ एक ख़ास मेहमान को लेकर जो जा रहा था। क्योंकि वो अपने साथ एक ख़ास मेहमान को लेकर जो जा रहा था।
"इस तरह सोचोगे तो कभी जीवन में कोई मौका भुना नहीं पाओगे। "इस तरह सोचोगे तो कभी जीवन में कोई मौका भुना नहीं पाओगे।
बिना आपकी अनुमति मुझे कोई अधिकार नहीं है, कि आपके घर किसी भी चीज या वस्तु को हाथ लगाऊं। यह काम अनैति... बिना आपकी अनुमति मुझे कोई अधिकार नहीं है, कि आपके घर किसी भी चीज या वस्तु को हाथ...
तभी पिताजी की सीख ने उसे ऐसा करने से रोका और उसके अंतर्मन को झंझोर दिया तभी पिताजी की सीख ने उसे ऐसा करने से रोका और उसके अंतर्मन को झंझोर दिया
ये देख यक्ष ने कहा ” जल का मूल्य माँगा था। घड़े क्यों दिए।” ये देख यक्ष ने कहा ” जल का मूल्य माँगा था। घड़े क्यों दिए।”
उन्होंने स्थानीय महिलाओं से विवाह कर लिया। धीरे-धीरे वो लोग बॉम्बे के हो गए। उन्होंने स्थानीय महिलाओं से विवाह कर लिया। धीरे-धीरे वो लोग बॉम्बे के हो गए।